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बिहार विधानसभा चुनाव 2025: महागठबंधन में सीट बंटवारे का सस्पेंस, कांग्रेस ने विवाद रहित 25 सीटों की प्रारंभिक सूची तैयार की

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मोहम्मद आलम

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के नामांकन से पहले राजनीतिक गलियारों में सस्पेंस का माहौल है। जन सुराज और आम आदमी पार्टी को छोड़कर अभी तक किसी भी राजनीतिक दल ने अपने फाइनल उम्मीदवारों की पूरी सूची जारी नहीं की है। लेकिन गुरुवार को ऐसा संकेत मिला कि महागठबंधन के दल अब केवल उन सीटों के उम्मीदवारों का ऐलान कर रहे हैं, जहां सहयोगी दलों में कोई विवाद नहीं है।इसी कड़ी में कांग्रेस ने महागठबंधन में विवाद रहित 25 सीटों की प्रारंभिक सूची तैयार कर ली है। सूत्रों के मुताबिक, इन 25 सीटों में लगभग 6 भूमिहार-ब्राह्मण समुदाय के उम्मीदवारों को मौका मिल सकता है। बिहार में भूमिहार और ब्राह्मण पारंपरिक रूप से बीजेपी के वोट बैंक में माने जाते हैं। कांग्रेस की रणनीति यह है कि तेजस्वी यादव के EBC और OBC वोटबैंक के साथ मिलकर ये सवर्ण नेता अपनी सीटों पर जीत सुनिश्चित करें।महागठबंधन में सीट बंटवारे की समस्या तेजस्वी यादव के तीन डिप्टी सीएम वाले फॉर्मूले से लगभग सुलझ चुकी है। इस फॉर्मूले से संतुष्ट होकर कांग्रेस ने अपने हिस्से की सीटों पर उम्मीदवारों की प्रारंभिक सूची तैयार की। केंद्रीय नेतृत्व ने इस सूची में युवा नेताओं, पार्टी निष्ठा वाले और जातीय संतुलन वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी है।विशेष रूप से, कांग्रेस ने सवर्ण मतदाताओं पर बड़ा दांव लगाया है, ताकि उन्हें एनडीए से खींचकर महागठबंधन के पाले में लाया जा सके। कांग्रेस की यह रणनीति तेजस्वी यादव की ‘A टू Z’ समावेशी राजनीति को और मजबूत करने के उद्देश्य से बनाई गई है।

 जातीय और सामाजिक समीकरण:

भूमिहार-ब्राह्मण: कुल 25 सीटों में 5-6 उम्मीदवार, यानी लगभग 20-24%मुस्लिम उम्मीदवार: 5-6 सीटें, खासकर सीमांचल और मिथिलांचल में, ताकि गठबंधन की धर्मनिरपेक्ष छवि मजबूत रहे,EBC, दलित और यादव: बाकी सीटों पर उम्मीदवार, जो महागठबंधन के सामाजिक न्याय एजेंडे को बल देंगे

 कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार और प्रमुख सीटें:

राजेश राम — कुटुंबा, प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस

शकील अहमद खान — कदवा, कांग्रेस विधायक दल का नेता

इजहारुल हुसैन — किशनगंज

मनोहर प्रसाद सिंह — मनिहारी

विजेंद्र चौधरी — मुजफ्फरपुर

संतोष मिश्रा — करहगर

आनंद शंकर सिंह — औरंगाबाद

अमित कुमार टुन्ना — रीगा

बीके रवि — रोसड़ा

सतीश कुमार — वारिसलीगंज

मंगल राम — चेनारी

अमिता भूषण — बेगूसराय

गरीब दास — बछवाड़ा

विश्लेषकों के अनुसार, कांग्रेस का यह रणनीतिक खेल सवर्ण और मुस्लिम मतदाताओं के साथ-साथ सामाजिक न्याय की रणनीति को भी मजबूत करता है। हालांकि, महागठबंधन में अभी संपूर्ण सीट बंटवारा फाइनल नहीं हुआ है, इसलिए अंतिम सूची में कुछ बदलाव संभव हैं।

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